What Is CE And PE In Stock market in Hindi
अगर आप भी स्टॉक मार्केट या शेयर मार्केट के बारे में सब कुछ हिंदी में सीखकर पैसा कमाना चाहते हैं तो आप बिल्कुल सही जगह आए हैं। आज हमारे ब्लॉग पर इस पोस्ट को पढ़ने के बाद आपको शेयर बाजार से जुड़े आपके हर सवाल का जवाब मिल जाएगा CE & PE क्या है और अगर आप Stock Market या Share market में बिल्कुल beginner हैं तो यह जानकारी आपके लिए बहुत महत्वपूर्ण होने वाली है|
लेकिन ध्यान रहे दोस्तों बिना सीखे शेयर मार्केट में कुछ भी नहीं करे|
What Is CE And PE In Stock market in Hindi
शेयर बाजार में दो सेगमेंट (हिस्से) होते हैं. इसमें एक है कैश यानी नकद सेगमेंट और दूसरा है डेरिवेटिव सेगमेंट. इसे फ्यूचर्स एंड ऑप्शंस भी कहा जाता है.
सामान्यतः F&O शेयर बाजार में ट्रेडिंग का ही एक हिस्सा है
इसमें निम्न प्रकार से ट्रेडिंग होती है
1.कॉल (CE) : Full Form-काल यूरोपियन
2.पुट (PE): Full Form- पुट यूरोपियन
CE:-यह ऑप्शन ट्रेडिंग का एक महत्वपूर्ण भाग है सामान्यतः जब हम किसी कम्पनी के ऑप्शन में खरीदारी ज्यादा हो रही हो तो हम उसे buy करते है तो उसे CE कहते है यह बाजार के उतार चढ़ाव के साथ बदलते रहते है|
PE:-यह भी ऑप्शन ट्रेडिंग का एक महत्वपूर्ण भाग है सामान्यतः जब बाजार में बिकवाली ज्यादा आती है और कम्पनी के ऑप्शन में बिकवाली ज्यादा दिख रही हो तो हम बिकवाली के ऑप्शन को खरीदते है तो उसे PE कहते है
फ्यूचर ऑप्शन में ट्रेडिंग करना बहुत ज्यादा रिस्की होता है क्योंकि इसमें 90% लोग नुकसान में रहते है, बिना किसी नॉलेज के फ्यूचर ऑप्शन में काम करना नहीं चाहिए|
FAQ
1.CE व PE क्या है
उत्तर:-CE का उपयोग कॉल ऑप्शन के लिए व PE का उपयोग पुट ऑप्शन के लिए किया जाता है, PE बाजार के घटने के सिग्नल देता है व CE बाजार के बढ़ने का सिग्नल देता है
2.CE व PE कैसे काम करता है
उत्तर:-जब बाजार बढ़ता है तो CE के ऑप्शन मूल्य में वृद्धि होती है, अगर उसके विपरीत शेयर बाजार घटता है तो PE के ऑप्शन मूल्य में वृद्धि होती है|
What Is CE And PE In Stock market in Hindi
What Is CE And PE In Stock market in Hindi